विश्व जल दिवस हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है. इसका उद्देश्य दुनियाभर में लोगों को स्वच्छ जल की उपलब्धता और जल संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना है.

पानी हमारे जीवन का आधार है. हम पीने के लिए, खाना बनाने के लिए, नहाने के लिए, कपड़े धोने के लिए और कई अन्य कार्यों के लिए पानी पर निर्भर करते हैं.

जल ही जीवन है, यह जानना चौंकाने वाला है कि धरती पर मौजूद कुल पानी का 71% भाग है, लेकिन इसमें से सिर्फ 3% ही पीने योग्य है.

दुनिया के कई देशों में आज भी स्वच्छ पेयजल की कमी है. यही कारण है कि विश्व जल दिवस मनाना और लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है.

पानी सिर्फ हमारे लिए ही नहीं बल्कि धरती पर मौजूद सभी जीवों के अस्तित्व के लिए भी जरूरी है. पेड़-पौधे पानी के बिना जीवित नहीं रह सकते और स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र बनाए रखने के लिए भी जल संसाधन महत्वपूर्ण हैं.

प्रदूषित जल नदियों, समुद्रों और तालाबों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे वहाँ रहने वाले जीवों का जीवन भी प्रभावित होता है. इसलिए, जल संरक्षण करना न सिर्फ हमारे लिए बल्कि धरती पर संतुलन बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है.

नहाने के समय कम पानी का इस्तेमाल करना. ब्रश करते समय और दांत साफ करते समय पानी बंद रखना. टपकते हुए नलों को जल्दी ठीक करवाना. बर्तन धोने के लिए बाल्टी का इस्तेमाल करना. बगीचों में कम पानी लगाना. रेनवाटर हार्वेस्टिंग (वर्षा जल संचयन) अपनाना. ये छोटे-छोटे कदम मिलकर जल संरक्षण में बड़ा योगदान दे सकते हैं.

विश्व जल दिवस हमें यह याद दिलाता है कि जल एक सीमित संसाधन है और इसका संरक्षण करना हमारी ज़िम्मेदारी है. जल संरक्षण के लिए हम कई छोटे-छोटे कदम उठा सकते हैं