CM Dr Mohan Yadav: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कौन चयनित होगा, इस मुद्दे पर चर्चा दीर्घकाल से चल रही थी, लेकिन आज इस सस्पेंस का अंत हो गया है। विधायक दल की बैठक में, मोहन यादव के नाम पर सहमति हासिल हुई है। मोहन यादव, जो उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं, को संघ के करीबी कहा जाता है। जानकारी के अनुसार, शिवराज सिंह चौहान ने ही मोहन यादव का प्रस्ताव विधायक दल की बैठक में पेश किया था। इस घोषणा के साथ ही, सभी अनुमानों पर आंधोलन लग गया है और अब सब उम्मीद कर रहे हैं कि राज्य की कमान मोहन यादव के हाथों में होगी
मध्य प्रदेश में नए सीएम का ऐलान हो गया है। राज्य के नए CM Dr Mohan Yadav को चुना गया है। आज विधायक दल की बैठक में उन्हें दल के नेता चुना गया है। इस बैठक के बाद, मध्य प्रदेश के आगामी मुख्यमंत्री पद के लिए सस्पेंस समाप्त हो गया है। बीजेपी ने अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा कुछ महीने पहले विधानसभा चुनाव से पहले की थी, जिससे सस्पेंस बढ़ गई थी कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा।
यह जानकर बताया जा रहा है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में 163 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी। एक निर्दल प्रत्याशी ने भी एक सीट जीती थी।
जाने कौन है CM Dr Mohan Yadav ?
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में CM Dr Mohan Yadav का नाम घोषित किया गया है। आलाकमान, पर्यवेक्षकों और विधायकों ने 11 दिसंबर को उनके नाम पर सर्वसम्मति दी है। यादव ने उज्जैन दक्षिण से विधायक पद का चुनाव जीता है और उनकी आय वकालत, व्यापार और कृषि से होती है। इसके अलावा, उनका राजनीतिक करियर 1982 से शुरू हुआ और उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जैसे कि माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्र संघ के सचिव और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री तथा प्रदेश सहमंत्री। उन्होंने साल 2013 में विधायक बनकर चौदहवीं विधान सभा के सदस्य बने और साल 2018 में दूसरी बार चुनाव जीतकर उच्च शिक्षा मंत्री बने।
रेस में थे कई प्रमुख नाम लेकिन CM Dr Mohan Yadav ने बाजी मारली
एमपी सीएम पद की रेस में कई प्रमुख उम्मीदवारों के बीच पलटने वाली घड़ी आ गई थी, जिनमें प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, वीडी शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय आदि शामिल थे। केंद्रीय मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद, बीजेपी ने सभी को आश्चर्यचकित करते हुए मोहन यादव को नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना। मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण से विधायक पद का चुनाव जीता है और उनकी उच्च शिक्षा, वकालत, व्यापार, और कृषि से जुड़ी है।
यह उनके लिए तीसरी बार है कि वह उज्जैन दक्षिण सीट पर चुनाव जीत रहे हैं, और वे पहले से ही 2013 में विधायक चुने गए थे और शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। बीजेपी ने 9 दिन के मंथन के बाद सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने नए सीएम के नाम पर मुहर लगाई है।
विधानसभा चुनावों में से मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण से विधायक के रूप में चुनाव जीता है। अनुसार सूत्रों के हवाले से, मध्य प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्रियों का पद बनेगा, जिनके लिए दो उम्मीदवारों का नाम उज्जवल है – जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला। जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ और राजेश शुक्ला बिजावर से विधायक चुने गए हैं। साथ ही, स्पीकर के पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर का चयन किया गया है।
CM Dr Mohan Yadav की पूरी कहानी
CM Dr Mohan Yadav की पूरी कहानी मोहन यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की है। वे उज्जैन नगर मंत्री के रूप में अपने जिम्मे को संभाल चुके हैं और 1982 में छात्र संघ के सह-सचिव चुने गए थे। CM Dr Mohan Yadav ने भाजपा की राज्य कार्यकारिणी और सिंहस्थ मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य, मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण के प्रमुख, पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने 2013 और 2018 में उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट पर चुनाव जीते हैं और बीजेपी के मुख्यमंत्री शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं।
भाजपा को मिला प्रचंड बहुमत मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को हुए विधायक चुनाव में भाजपा ने 230 सीटों में से 163 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को केवल 66 सीटें मिलीं। इस जीत के बाद, सभी उम्मीदवारों ने नए सीएम के नाम पर मोहर लगाई।
सीएम के चेहरे पर सस्पेंस के बाद फैसला चुनाव जीतने के बाद बीजेपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के चयन में लंबा समय लगा, और सप्ताह भर के आंकड़ों और टिप्पणियों के बाद, पार्टी ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया। इस फैसले के बाद, सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने नए सीएम के नाम पर मोहर लगाई है।
कांग्रेस ने उज्जैन के मास्टर प्लान के संदर्भ में गंभीर आरोप लगाए थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि CM Dr Mohan Yadav ने अपने परिवार को लाभ पहुंचाने के लिए मास्टर प्लान को गलत तरीके से पास कराया है। यादव ने इसे खारिज कर दिया है और इसके बाद उन्हें दोबारा विधायक बनाकर भोपाल भेजा गया है।
इसके अलावा, इस मामले में एक अविवादित बयान की चर्चा भी हो रही है, जिसमें CM Dr Mohan Yadav ने माता सीता को लेकर कहा कि मर्यादा के कारण भगवा राम को सीता को छोड़ना पड़ा था और वह वन में बच्चों को जन्म देने के बावजूद भी कष्ट झेलती रहीं, जिसे आजकल के दौर में तलाक के बाद की जीवनशैली के साथ तुलना की जा रही है।
Who is Dr. Mohan Yadav?
Dr. Mohan Yadav has assumed the role of the new Chief Minister of Madhya Pradesh. His political journey began in 2013 when he first became an MLA from the same constituency. He continued his electoral success by winning the assembly elections in 2018 and recently in 2023. Additionally, Mohan Yadav has been serving as a cabinet minister in Shivraj Singh Chouhan’s government. In the 2023 elections, he secured victory with a substantial margin, winning by more than 13,000 votes.
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